Chitragupta Dham

चित्रगुप्त नाम की उत्पत्ति


चित्रगुप्त नाम संस्कृत भाषा से लिया गया है, जिसमें "चित्र" का अर्थ है "चित्रित" या "लिखित" और "गुप्त" का अर्थ है "गुप्त" या "गोपनीय"। इस प्रकार, चित्रगुप्त का शाब्दिक अर्थ हुआ "गुप्त रूप से लिखने वाला" या "गुप्त अभिलेख रखने वाला"। हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार, भगवान चित्रगुप्त को धर्मराज के सहायक और कर्मों का लेखा-जोखा रखने वाले देवता माना जाता है। मान्यता है कि ब्रह्माजी ने अपने काया से चित्रगुप्त को जन्म दिया और उन्हें जीवों के कर्मों का हिसाब रखने की जिम्मेदारी सौंपी। वे न्याय और सत्य के संरक्षक माने जाते हैं और विशेष रूप से कायस्थ समाज के कुलदेवता हैं।

प्रतीकात्मक अर्थ

चित्रगुप्त नाम का प्रतीकात्मक महत्व भी है, जो ज्ञान, लेखांकन और सत्यनिष्ठा से जुड़ा हुआ है। इस नाम का उपयोग प्रशासनिक, लेखा-जोखा और न्यायिक क्षेत्रों में भी किया जाता है।

ChitraGupta : The Divine Scribe of Yama